पलामू: जिले में व्यापारियों और पत्थर खदान मालिकों को धमकाने वाले कुख्यात गैंगस्टर सुजीत सिन्हा गिरोह के दो सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। छतरपुर एसडीपीओ अवध प्रसाद यादव ने सोमवार को प्रेस वार्ता के दौरान इसकी जानकारी दी। आरोपियों पर पत्थर खदान और क्रशर मालिकों से रंगदारी मांगने और धमकी भरे संदेश भेजने का आरोप है।
रंगदारी और धमकी के मामले का खुलासा
एसडीपीओ ने बताया कि यह गिरोह छतरपुर थाना क्षेत्र में सक्रिय था और व्यापारियों से जबरन वसूली कर रहा था। स्थानीय माइंस संचालकों और व्यापारियों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि उन्हें सुजीत सिन्हा गिरोह के नाम पर धमकाया जा रहा है। गिरोह के सदस्यों ने उन्हें मैनेज न करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी थी।
प्रयागराज से पकड़े गए आरोपी
पुलिस ने शिकायतों की जांच के बाद उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनमें 20 वर्षीय राजा बाबू केशरी उर्फ राजा बाबू (पिता- बबलू केशरी) और 24 वर्षीय कार्तिकेय उर्फ सचिन (पिता- सोहन लाल सोनकर) शामिल हैं। गिरफ्तार आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार किया और बताया कि वे सुजीत सिन्हा के गिरोह के लिए काम कर रहे थे।
मोबाइल फोन और सबूत बरामद
पुलिस ने अपराधियों द्वारा इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन को भी बरामद कर लिया है। प्रारंभिक जांच में पता चला कि इसी फोन से व्यापारियों और खदान मालिकों को धमकी दी गई थी।
एसडीपीओ ने दी जानकारी
एसडीपीओ अवध प्रसाद यादव ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ के दौरान कबूल किया कि वे सुजीत सिन्हा गिरोह के सक्रिय सदस्य हैं। गिरोह के लिए काम करते हुए वे व्यापारियों से रंगदारी वसूलने और धमकी देने का काम कर रहे थे। प्रेस वार्ता के दौरान थाना प्रभारी प्रशांत प्रसाद और अवर निरीक्षक राहुल कुमार भी मौजूद थे।
गिरोह पर पुलिस का शिकंजा
पुलिस ने दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है और गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है। पलामू पुलिस का यह कदम क्षेत्र में बढ़ रहे अपराधों पर लगाम लगाने में एक बड़ी सफलता माना जा रहा है।
निष्कर्ष:
गिरफ्तारी के बाद व्यापारियों ने राहत की सांस ली है। पुलिस ने अपराधियों को कड़ी सजा दिलाने और इलाके में अपराध मुक्त माहौल बनाने का भरोसा दिलाया है।